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Manav Shikshan Welfare Society |
मानव शिक्षण वैलफेयर सोसाइटी के कार्यों का विवरण |
1- राष्ट्रीय भाषा हिन्दी का प्रचार एवं प्रसार करना व सभी भाषाओं का सम्मान करना तथा समाज के निर्बल वर्ग की सहायतार्थ नियमानुसार चिकित्सालय, औषधालय आदि का संचालन एवं सहयोग करना तथा नियमानुसार निःशुल्क दवाईयों का वितरण कराना। |
2- निर्धन, उपेक्षित वर्ग, विकलांग, मूक बाधिर, वृद्धों के लिये शारीरिक दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाना तथा उनको आत्मनिर्भर बनाना एवं उनके लिये उपकरण एवं प्रशिक्षण आदि केन्द्रों की स्थापना कर प्रशिक्षण सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराना। |
3- समाज के निर्बल वर्ग के जनस्वास्थ्य हेतु जनता को प्राकृतिक चिकित्सा एवं योगा के विषय में परिचित कराना तथा शिक्षण/प्रशिक्षण हेतु स्कूल, संस्थान, कालेज का संचालन करना। आधुनिक एवं नवीनतम चिकित्सा की विभिन्न प्रकार की पद्धतियों से जनता को परिचित कराकर समय-समय पर स्वास्थय शिविरों का आयोजन करना एवं प्रयोगशाला, अनुसंधान आदि की स्थापना कर संचालन करना। |
4- सामाजिक, सांस्कृतिक तथा राष्ट्रीय पर्वों को मनाना तथा उच्च कोटि के सन्त महात्माओं के प्रवचनों का आयोजन तथा जनसंख्या नियन्त्रण के लिये कार्यक्रमों का आयोजन कर समाज में जागरूकता लाने का प्रयास करना। |
5- अकाल महामारी, बाढ़ आदि प्राकृतिक आपदाओं में पीडि़तों के लिये चिकित्सा सहायतार्थ हर सम्भव सहायता करना एवं आकस्मिक दुर्घटना, अग्नि आदि से पीडि़तों के सहायतार्थ हेतु हर सम्भव मदद करना। |
6- समाज में व्याप्त नशा, मद्यपान आदि के सेवन से होने वाली हानि एवं बीमारियों के निवारन हेतु समय-समय पर गोष्ठियों का आयोजन करना एवं उनसे बचाव हेतु सुझाव देना व नशामुक्ति केन्द्र आदि स्थापित कर उनका संचालन करना। |
7- निर्धन युवक-युवतियों का विवाह कराना व उनकी हर सम्भव सहायता करना। |
8- जाति धर्म व भाषा के आधार पर उत्पन्न द्वेष वैमनस्थ की भावना को दूर कर राष्ट्रीय एकता का सन्देश देना। |
9- केन्द्र /राज्य सरकार द्वारा संचारित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से समाज को अवगत कराकर उनको लाभान्वित कराने का प्रयास करना। |
10- ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु तकनीकी/गैर तकनीकी, उच्च शैक्षिक, विद्यालय, कालेज एवं शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों आदि की स्थापना एवं संचालन करना। |
11- निर्धन व अनाथ बालक/बालिकाओं के लिये सिलाई, कढ़ाई, बुनाई जैसे अन्य हस्तशिल्प शिक्षण-प्रशिक्षण आदि केन्द्रों की स्थापना कर उनको आत्मनिर्भर बनाना। |
12- समाज को पोलियो मुक्त बनाना व शासकीय स्वास्थ्य दिवस जैसे पोलियो दिवस, एड्स, टीकाकरण दिवस आदि का प्रचार एवं प्रसार करना और केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं में सहयोग प्रदान करना। |
13- समाज के निर्धन शिक्षित बेरोजगारों हेतु कम्प्यूटर शिक्षा के प्रति जागरूक करना इस हेतु शिक्षण प्रशिक्षण आदि केन्द्रों का संचालन करना। |
14- समाज के शिक्षित निर्धन, बालक/बालिकाओं को देश व भविष्य तकनीकी शिक्षा के प्रति जागरूक करना। |
15- समय समय पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं जैसे खेल, ज्ञान-विज्ञान एवं गोष्ठियाँ, सम्मेलनों सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराना। |
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